Report By : Vikrant Sharma ,Pilibhit (UP)
Pilibhit : पीलीभीत की प्राचीन भवनों में शहर का ड्रमंड राजकीय इंटर कॉलेज आज से लगभग 107 वर्ष पुराना है, जिसकी स्थापना बिट्रिश शासन काल मे 1890 में DM रहे आर ड्रमंड ने कराई थी, आज ये बरेली मण्डल का सबसे प्राचीन कालेज माना जाता है। इस कॉलेज के शिक्षण कार्य की पूरे भारत मे एक विशेष पहचान है, विशेषता इस कॉलेज को कृषि क्षेत्र के विशेष रूप से जाना जाता है। यहां के पढ़ने वाले छात्र न केवल देश बल्कि विदेशों में भी पहचान बना चुके है।
यहां पर तैनात कृषि प्रवक्ता आर पी गंगवार ने बताया कि मौजूदा समय मे यहां पर वर्तमान में कृषि 450 कक्षा 11, 12 व 200 छात्र कक्षा 9 व 10 में पढ़ाई कर रहे है पूरे विद्यालय में लगभग कुल 700 छात्र कृषि व कुल 1500 छात्र अध्ययन रत है। यहां कृषि पढ़ने के लिए उत्तराखंड, बरेली, लखीमपुर, शहॉजहाँपुर आदि जनपद से यहां शिक्षा ग्रहण करने आते है।
यहां पढ़ने वाले छात्रों को न केवल कृषि विज्ञान की शिक्षा दे रहे है बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भारत की ओर अग्रसर भी कर रहे जिसको लेकर स्कूल कॉलेज के अध्ययन काल समय के बाद हर शनिवार रविवार को अपने छात्रों के गांव में जाकर खेती किसानी कर रहै किसानो को कृषि चौपाल लगाकर मशरूम कल्टीवेशन, कार्बनिक खेती, शार्ट टेक्निक के माध्यम से उनकी खेती को बेहतर बनाकर नौकरी के पीछे न जाकर स्वयं खेती से रोजगार लेकर दूसरे साथियो को रोजगार भी दे रहे है।
ड्रमंड कालेज में पढ़ने वाले छात्र डीके जोशी वर्तमान में अंडमान निकोबार के उप राज्यपाल है, तो वहीं कई छात्र सिविल सेवा में चयन होकर यूपी में ही आईएएस, पीसीएस, पद पर रहकर कॉलेज का गौरव बढ़ाया है।
वहीं दुसरी ओर कृषि पढ़कर जानकार के रूप में सतनाम सिंह ताईबान एग्रीकल्चर जॉन में वैज्ञानिक है। या फिर इंडोनेशिया जैसी स्थान पर कृषि क्षेत्र में नाम कमा रहे है। मौजूदा सरकार में यहां के ही पढ़ने वाले जो कभी यहां छात्र रहे संजय सिंह गंगवार राजनैतिक क्षेत्र में शहर सीट से विधायक व उत्तर प्रदेश। सरकार के गन्ना राज्यमंत्री के पद पर भी है।